विश्व में भारत ही एक मात्र देश है जहाॅ जाति व्यवस्था है। भारतीय समाज में जाति जिसमें वर्ण व्यवस्था शामिल है की उत्पति प्राचीन काल से रही है और यह धीरे-धीरे विकसित हुई है। भारत में जातियों के इतिहास का कोई प्रमाणिक साक्ष्य प्राप्त नहीं होता है। ऐसा माना जाता है कि ब्राम्हण, क्षत्रिय, वैश्य एवं शूद्र वर्ण व्यवस्था के अनुसार वह लोग थे जो पूजा पाठ एवं वेदों का ज्ञान रखतें थे वह ब्राम्हण कहा जाता था...
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सम्पूर्ण भारत में निवास करने वाले बारी सामाज के लोगो को एकता के सूत्र में बाॅधना एवं उनके मध्य आपसी भाई चारे को बढावा देने के लिए समय समय पर ऐसे आयोजन कराना जिसमें लोगों के मध्य आपसी समन्वय के साथ मेल जोल हो। बारी समाज के निर्धन लोगो का जीवन स्तर वेहतर हो इसके लिए निरन्तर नये-नये अभियान चलाकर समाज को जागृत करना एवं उन्हें समाज के मुख्य धारा से जोड़ना...
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